आपने आजकल “लाइफस्टाइल डिसीज” शब्द बहुत सुना होगा। ऐसा क्या परिवर्तन हुआ है बीते कुछ सालों में हमारी लाइफस्टाइल में कि ये इतनी बीमारियों की वजह बन गई है? इसका सीधा जवाब है, एक ही जगह पर लंबे समय तक बैठ कर काम करना । ये नया लाइफस्टाइल दो तरह से सीधे सीधे नुकसान करता है। एक तो स्क्रीन पर अधिक समय तक देखते रहना आँखों को हानि पहुंचाता है और दूसरी ओर एक जैसे बैठे रहना शरीर में अकड़न लाता है।
लॉंग सिटिंग उतनी ही हानिकारक है जितना की स्मोकिंग करना सो इस नई लाइफस्टाइल को “न्यू स्मोकिंग” भी कह सकते हैं। लंबे समय तक बैठे रहने से इंसुलिन इनसेंसटिविटी बढ़ जाती है जो आज की तथाकथित मॉडर्न लाइफस्टाइल बीमारियों का ट्रिगर है। यह इंसुलिन इनसेंसटिविटी ही कोर एरिया यानि, पेट और कमर के आसपास के मोटापे की मुख्य वजह है। जो कि आगे चलकर मोटापा, टाइप 2 डाइबटीस, ब्लड प्रेशर और हृदय रोगों की वजह बनता है।
जो लोग स्क्रीन के सामने लंबा समय बिताते हैं,उन्हें हिप्स, पैरों, गर्दन, कंधे, पीठ में दर्द परेशानी व जकड़न महसूस होती है। आप को नियमित रूप से कुछ योग आसन, जो विशेष रूप से शरीर की जकड़न और कोर एरिया को टारगेट करते हैं, उन्हे अपनी लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाना है। इसके अलावा मेडिटेशन की प्रैक्टिस भी आपको रिलेक्स और ऊर्जावान महसूस करने में सहायक है। तो अपने दिन को बेहतर बनाने और तनाव भरी लाइफस्टाइल से निजात पाने के लिए इन्हे अपनाएं।
यहां टॉप फाइव योग का डीटेल है जो आपके ओवरॉल वेल बीइंग के लिए सहायक हैं। ये सभी लंबे समय तक बैठने के कारण होने वाले तनाव को कम करने के लिए बहुत कारगर हैं।
1. नेक रोटेशन: यह गर्दन के तनाव और खिंचाव को कम करता है, जो लंबे समय तक बैठने के परिणामस्वरूप हो जाती है । जमीन पर खड़े हों या एक कुर्सी पर बैठें। अपने सिर को आगे और पीछे करें,फिर अपने सिर को बग़ल में घुमाएं ताकि कान आपके कंधे को छू सकें। फिर धीरे-धीरे अपने सिर को पहले क्लाक वाइज़ और फिर एंटी क्लॉक वाइज घुमाएं। इस प्रक्रिया को कम से कम 10 बार दोहराएं।
2. कैट केमल पोज़: “यह रीढ़ की हड्डी को रिलेक्स करता है। सिरदर्द से राहत देता है,जिससे फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती हैं और अकड़न भी दूर होती है। फर्श पर मेट बिछा कर अपने हाथों और घुटनों को टेकें,अब सांस लेते हुए अपने पेट को अंदर की तरफ सिकोड़ें। पीठ को ऊंचा उठायें और कुछ सेकंड के लिए ऐसे ही रहें,अब सांस छोड़ते हुए गरदन को ऊपर उठाते हुए बैक को रिलेक्स करें। इसे 10 बार दोहराएं।
3. कोबरा पोज़(भुजंगासन): “यह रीढ़ की हड्डी को स्ट्रेच करता है । फ्रन्ट एरिया को फैलाता है और पूरे दिन बैठने के साइड इफेक्ट को मिनीमाइज़ करता है।” एक मैट पर पेट के बल लेट जाएं, अब अपने हाथों को अपने सामने जमीन पर रखें और धीरे-धीरे ऊपरी शरीर को उठाएं और कोहनियों को छाती से सटाएं। अब धीरे धीरे सांस अंदर लेते हुए अपने ऊपरी शरीर को अपने हाथों का सहारा देते हुए थोड़ा पीछे की ओर झुकाएं। ऊपर की ओर देखें और कुछ सेकंड के लिए होल्ड करें। सांस छोड़ते हुए अपनी सामान्य स्थिति में वापस आयें। इसे 10 बार दोहराएं
4. स्टेनडिंग पोज (ताड़ासन): “यह पैर की मसल्स को रिलेक्स करने के लिए बहुत लाभकारी आसन है। जमीन पर खड़े हो जाइए, अब सांस अंदर लेते हुए अपने दोनों हाथों को ऊपर की तरफ ले जाएं। हथेलियों को अपने सिर के ऊपर नमस्कार की मुद्रा में मिलाएं। अब अपने आप को पैर की उंगलियों पर उठाएं और कुछ सेकंड के लिए इस मुद्रा में रहें,शांति से सांस लें। धीरे-धीरे अपनी सामान्य मुद्रा में वापस आएं। इसे कम से कम 5 बार दोहराएं।
5. बटरफ्लाई पोज़: “यह साइटिक नर्व को रिलेक्स करता है और लंबे समय तक बैठे रहने के बुरे प्रभाव को दूर करता है,”
मैट पर बैठ जाएं, पैरों को घुटने से मोड़ें, अपने तलवों को मध्य में जोड़ें। अपने हाथों से अपने पैरों को पकड़ें।अब दोनों पैरों को घुटने से ऊपर और नीचे फ्लेप करें, वैसे ही जैसे तितली अपने पंखों को फड़फड़ाती है। एक बार में कम से कम 30 बार फ्लैपिंग दोहराएं।
तो आराम से प्रसन्न मन से इन योगाभ्यासों को करें, फिर कुछ समय के लिए मेडिटेशन की प्रैक्टिस करें और अपने जीवन का भरपूर आनंद लें…