हैलो!!मीशा….
मीशा हाँ जी! मैं बच्चों की प्रिय रशियन मैगजीन की ही बात कर रही हूँ, जो कि 70s -80s और शुरुवाती 90s के समय में एम.आई.आर. सोवियत यूनियन पब्लिकेशन हाउस…
मीशा हाँ जी! मैं बच्चों की प्रिय रशियन मैगजीन की ही बात कर रही हूँ, जो कि 70s -80s और शुरुवाती 90s के समय में एम.आई.आर. सोवियत यूनियन पब्लिकेशन हाउस…
भावनाओं और संवेदनाओं की कोई भाषा नहीं होती चाहे आप अपने देश में हों या किसी और देश में। खुशी, दुख, दर्द और स्नेह जैसी भावनाओं को आप एक ही…
“Work while you work, play while you play” ये कविता इंग्लिश में मैंने अपने बचपन में पढ़ी थी, पर इसकी सार्थकता बड़े दिनों बाद समझ आई। अब लगता है यही…