क्या आप जाग रहे हैं जब बाकी दुनिया सो रही है? यदि उत्तर हां है … तो आप अकेले नहीं हैं, इस व्यस्त जीवन में बिस्तर पर जागते हुए करवट लेना सबसे आम समस्या है। अगर यह आम समस्या है तो किसी भी तरह से इसका छोटा या कम हानिकारक नहीं आँका जा सकता है। नींद बेहद जरूरी है और इसके लिए समझौता नहीं किया जाना चाहिए। नींद सिर्फ एक नियमित चीज नहीं है जो हम करते हैं। यह मेडिटेशन का एक प्राकृतिक तरीका है जिसके दौरान हमारे अंदर कई प्रक्रियाएँ होती हैं जो हमें हर रात आराम, शांत और फिर से जीवंत करती हैं। जब आप जागते हैं तो आप कैसा महसूस करते हैं यह निर्धारित करता है कि आप रात को कैसे सोए थे। तो, यहाँ हम आपको कुछ आदतें हैं परीचित कराएंगे जो आपको एक अच्छी नींद लेने में मदद करेंगी;
अपनी नींद के समय को ठीक करें: हमारी आंतरिक बॉडी क्लॉक हमारी दिनचर्या के अनुसार ही काम करती है। तो, इसे ठीक करने के लिए पहला कदम है। इसे हर रात तय समय पर बिस्तर पर जाने की आदत बनाएं। नींद का अनियमित समय इसकी आंतरिक लय को बिगाड़ती है और मानसिक सतर्कता, भूख और दिल के कार्यों को प्रभावित करता है। इसलिए हमेशा समय पर सोने और समय पर ही जागने की सलाह दी जाती है। नींद का सबसे अच्छा समय रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक है, अपने सोने के घंटे को जितना हो सके उतना पास में सेट करने की कोशिश करें।
जो लोग दिन के दौरान लंबे समय तक सोते हैं वे अनिद्रा को आमंत्रित करते हैं, इसलिए अपनी दोपहर को 20-30 मिनट की नींद लें, इससे अधिक नहीं।
कुछ दिनचर्या का पालन करें: इसका मतलब है, कुछ नियम का पालन करें.. जैसे कि आपकी रात को सोने से पहले कॉटन की आरामदायक (ढीली) पोशाक पहनें, अपने दांतों को ब्रश करें, रोशनी मंद करें, अपने पैरों को धोएं, अपने पैर की मालिश करे यदि आप का साथी इसको करे तो इससे अच्छा कुछ नहीं है। दरअसल, पैरों में कई एक्यूप्रेशर पॉइंट होते हैं, जिसे मसाज करने से कई तरह के लाभ मिलते हैं और हाँ दिमाग भी शांत होता है। कोई मन की किताब पढ़ें (पर्याप्त प्रकाश में) जो आपके मस्तिष्क को संकेत भेजती है कि अब सोने का समय है। मेरा विश्वास करिए यह सारी टिप्स काम करती है।
सही मुद्रा: नींद के लिए सबसे अच्छी सोने की करवट बाईं ओर की होती है, यह रक्त सर्क्यलैशन को बढ़ाती है, आंत को बेहतर तरीके से साफ करने में मदद करती है, दिल की जलन को रोकती है, यकृत को अधिभार नहीं देती है। हालांकि पीठ की समस्या से जूझ रहे लोगों को अपनी पीठ के बल सोना चाहिए क्योंकि इससे रीढ़ को सीधा रखने में मदद मिलती है।
उपयुक्त दिशा: हम सभी जानते हैं कि पृथ्वी पर उत्तर से दक्षिण तक चुंबकीय तरंगें चलती हैं। भारत का उत्तरी गोलार्ध में होना उत्तर की ओर ही है। अपने सिर को अधिक समय तक उत्तर की ओर रखने से सिर पर अनुचित दबाव पड़ता है जो अच्छा नहीं है। इसलिए अन्य कोई भी दिशा सही है जिसमे दक्षिण को प्राथमिकता दें।
कुछ आदत से बचें: बिस्तर मे जाने से पहले कैफीनयुक्त पेय पदार्थों से बचें, बहुत भारी या बहुत हल्का भोजन न करें, बहुत अधिक पानी और शराब न लें। व्यायाम भी हमारे मन को सचेत करता है इसलिए देर शाम जिम आपकी नींद को बाधित कर सकता है।
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से बचें: मोबाइल, लैपटॉप आई-पैड, टीवी जैसे गैजेट्स हानिकारक होते हैं क्योंकि इनसे निकलने वाली नीली रोशनी मेलाटोनिन, स्लीप हार्मोन को प्रभावित करती है, इसलिए इसको सोने से पहले न प्रयोग करने की सलाह दी जाती है। बिस्तर पर जाने से कम से कम एक घंटे पहले इन गैजेट्स से अपने आप को दूर कर दे अगर हो सके तो इनको स्विच ऑफ कर दें।
बिस्तर पर जाने से पहले इन सरल टिप्स का पालन करें और एक आनंदित शुभ रात्रि नींद का आनंद लें …