आपने नोटिस किया होगा कि हम कभी कभी ऐसा भोजन कर लेते हैं, जिसे डाइजेस्ट होने में एक तो बहुत अधिक समय लगता है और ऊपर से गैस, पेट फूलना, कब्ज़, डायरिया, पेट दर्द, सरदर्द और उलझन भारीपन सा लगता है। समझ नहीं आता ऐसा क्या खा लिया, कौन सी गलत चीज़ चली गयी अंदर की इतनी तकलीफ हो रही है?
इस तरह की समस्या के प्रमुख रूप से तीन कारण हैं –
- भोजन का नियम फिक्स ना होना।
- भूख से ज्यादा खा लेना।
- भोजन मे कुछ ऐसा एक साथ में खा लेना, जो एक साथ मिलने पर समस्या पैदा करता है।
जहां तक फूड टाईमिंग्स, और सही मात्रा का सवाल है तो ये आपके विवेक और संयम पर ज्यादा निर्भर करती है। कभी कभार किसी परिस्थिति को छोड़ दिया जाए तो ज्यादातर ये आपके हाथ में है और आप इसे सुधार सकते हैं।
यहाँ हम कुछ फूड कॉम्बीनेशन की बात करेंगे, जिनपर ध्यान देकर हम ऐसी सिचूऐशन को अवॉइड कर सकते हैं –
- सारे अनाज, दालों के साथ खाना बेहतरीन है, क्यूंकि इन दोनों में ही एक दूसरे के पूरक प्रोटीन होते है। जो शरीर ,में बहाली भांति अवशोषित हो जाते हैं।
- जब भी आप आयरन रिच भोजन जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं उसमें विटामिन सी का समावेश जरूर करें क्यूंकि विटामिन सी आयरन के अवशोषण में बहुत आवश्यक है। इसके लिए या तो आप बनाते समय टमाटर, हरी मिर्ची का प्रयोग कर सकते हैं या फिर बनने के बाद उसमें नींबू डालकर खा सकते हैं।
- अपने भोजन के साथ चाय या कॉफी मिक्स ना करें क्यूंकि इनमें उपस्थित केफीन भोजन में उपस्थित आयरन को ऐब्सॉर्ब नहीं होने देती है। कुछ खानों में हमारी आदत पड़ी हुई है जैसे चाय और पोहा या पराठों के साथ चाय, तो इसे रेगुलर अवॉइड करें कभी कभार तो स्वाद को भी प्राथमिकता देना बनता है।
- कभी भी नॉन-वेज भोजन के साथ दूध और उससे बने हुए पदार्थों का सेवन ना करें इन दोनों ही तरह के भोजन में उपस्थित प्रोटीन को पचाने के लिए अलग अलग एन्जाइम्स की आवश्यकता होती है, जो साथ मिलकर एक दूसरे के डाईजेशन टाइम को डिस्टर्ब करते हैं और साथ ही पेट में भारीपन और डिसकम्फ़र्ट की वजह बनते हैं।
- फलों और सलाद के साथ नट्स (मूंगफली, अलसी, तिल) को कम्बाइन करना चाहिये। इन सीड्स में उपस्थित फैट फल और सलाद में मिलने वाले एंटी ऑक्सीडेंट्स के अवशोषण में सहायक हैं।
- फ्रूट्स को खाली पेट खाने से इनका अधिकतम लाभ मिलता है। फ्रूट्स में नेचुरल ही सही पर शुगर होती है तो अगर आप इन्हे भोजन के बाद खाएंगे तो ये अतिरिक्त शुगर ट्राई ग्लिसराइड (TAG) में परिवर्तित हो जाएगी।
- जब भी तरबूज या खरबूज खाएं तो सिर्फ इन्हे ही खाएं क्यूंकि ये अन्य किसी भी फल से बहुत जल्दी पच जाते हैं। तो इन्हें किसी भी अन्य फ्रूट्स के साथ मिक्स ना करें।
- लीन प्रोटीन जैसे फिश, एग्स, लो फैट डेरी प्रोडक्ट के साथ हरे और नॉन स्टार्ची सब्जियां जैसे खीर, पत्तागोभी, गाजर, पालक, मेथी इत्यादि अच्छा कॉम्बीनेशन है।
- इसी प्रकार फैट जैसे ऑलिव, नट्स, आवाकाडो बटर, घी, चीज़, इत्यादि भी हरे सब्जियों के साथ लेना ही बेहतर है।
तो अब आप इन सही फूड कॉम्बीनेशन को अपनाइए.. पेट में हल्कापन महसूस करने का अपना अलग ही आनंद है। तो अपने खाने के लिए ये मंत्र अपनाएं – “ईट लाइट एण्ड फ़ील दि डिलाइट”