जब गर्मी का मौसम अपने चरम पर होता है तब हम सभी की इच्छा होती है कि पानी के अलावा कुछ ऐसा पीने को हो जो प्यास के साथ साथ गर्मी से भी राहत दिला सके। यदि आप बाजार में हैं और कुछ ठंडे पेय की तलाश कर रहे हैं, तो दुकानों पर मिलने वाले कोल्ड ड्रिंक्स के कई विकल्प आपको आकर्षित करते हैं। आप ये मानते है की ये आपको चिलचिलाती गर्मी में कुछ राहत दे सकते हैं।लेकिन क्या आपने कभी इनका लेबल पढ़ा है? शायद नहीं…
अगर आप इनके कॉम्पोनेट्स के बारे में थोड़ी सी रिसर्च करें या गूगल करके ही देख लें तो आपको इन कोल्ड ड्रिंक्स के पीछे की सच्चाई पता चलेगा, आप को जान के आश्चर्य होगा की ये सब केवल पूरी तरह से केमिकल्स हैं, और इनका स्थान आपके शरीर के अंदर नहीं बल्कि केमिस्ट्री लैब में हैं।
इन्हे बनाने में अच्छी मात्रा में कृत्रिम स्वीटनर मिलाए जाते हैं। सबसे बड़ी बात, सारे कोल्ड ड्रिंक्स 300% चीनी से ओवेरलोडेड होते है।
अब ये जानने की कोशिश करते है कि कोल्ड ड्रिंक्स के अन्य कॉम्पोनेन्ट्स क्या हैं –
1. कार्बोनेटेड पानी: यह कार्बन डाइऑक्साइड युक्त सादा पानी है जो हमें फ्रिज़ी फ़ील देता है।
2. एडीटिव्स: मुख्य रूप से यह स्वाद के लिए मिलाए जाने वाला आर्टिफिसियल टेस्ट ऐडिटिव है।
3. कैफीन: यह एक डाईयूरेटिक्स है जिसके कारण यूरीन की मात्रा बढ़ जाती है और इसमें उत्तेजक पदार्थ (स्टीमुलेन्टस) होते है जो धीरे धीरे कोल्ड ड्रिंक्स की आदत बना देते हैं।
4. केरेमल कलर: यह एक केमिकल, मेथिलिमिडाज़ोल (methylimidazole) है जो सिंथेटिक है।
5. फॉस्फोरिक एसिड: यह एसिड जब सोडा में मिलाया जाता है तो यह स्टार्च को चीनी में तोड़ देता है और एक खट्टा (tangy) स्वाद देता है।
6. हाई फ्रक्टोज कॉर्न सिरप: पोषण के लिहाज से इसका कोई महत्व नहीं है| यह सिर्फ खाली कैलोरी है जिसे टॉप फाइव अन्हेल्थी चीजों में स्थान दिया गया है।
तो अब आपको स्पष्ट हो गया होगा कि जब आप इन पेय पदार्थों को पीते हैं तो आप वास्तव में अपने मूल्यवान पाचन तंत्र में एक ऐसी चीज भेज रहे हैं जिसमें एक बार में बहुत ज्यादा शुगर होती है , जिसे संतुलित करने में आपके अग्न्याशय (pancreas) पर बहुत अधिक दबाव पड़ता है। यहाँ यह जानना भी जरूरी है कि ये बढ़ी हुई शुगर की मात्रा आपकी इम्यूनिटी को 5-6 घंटे के लिए 50% तक कम कर देती है | तो इस बीच अगर आपके शरीर में कोई बीमारी के कारक प्रवेश कर जाते है| आप उस बीमारी को कुछ ही समय में आप पर हावी हो सकती हैं। यह एक्स्ट्रा शुगर फैट के रूप में इक्कट्ठा हो जाता है और वजन बढ़ता है।
दूसरी ओर कोल्ड ड्रिंक्स आपकी प्यास बुझाते है और ठंडक का एहसास दिलाते है, जबकि उसमें मिल हुआ कैफीन वास्तव में आपको डीहाइड्रेट करता है। गर्मियों में जब आपके शरीर की सेल्स में पर्याप्त मात्रा में पानी होना चाहिए, इन कोल्ड ड्रिंक्स की वजह से सेल्स से पानी निकल जाता है। इसमें अधिक मात्रा में स्टीमुलेन्टस होने की वजह से आपकी नींद भी डिस्टर्ब होती है।
फॉस्फोरिक एसिड हड्डियों से कैल्शियम को बाहर निकाल देता है जिससे वे पोरस हो जाते हैं और ऑस्टियोपोरोसिस होने का खतरा होता है। यह एसिड पोषक तत्वों के अवशोषण और उनके उपयोग में भी हस्तक्षेप करता है। यह विश्लेषण इन कोल्ड ड्रिंक्स को छोड़ने और हमारे स्वदेशी समर ड्रिंक्स को चुनने के लिए पर्याप्त है, जो पोषण से भरपूर हैं और हमारी सेल्स को हाइड्रैट भी रखते है।
इन कोल्ड ड्रिंक्स के हेल्थी विकल्प हैं लस्सी, छांछ, नींबू शिकंजी, ठंडाई और विभिन्न शर्बत…अतः अपने जीवन को इनके साथ इन्जॉय करें और स्वस्थ विकल्पों के साथ गर्मियों में अपनी प्यास बुझाएं और वास्तविक रूप से हाइड्रेटेड रहें…