हमारे पूर्वज हमें विरासत के रूप में भोजन का इतना सटीक ज्ञान दे कर गए हैं कि अब हमें अगर किसी तरह की फूड से रिलेटिड गाइड लाइंस चाहिये तो सिर्फ अपने एनसिएन्ट फूड विज़्डम को समझने, जानने और उसपर अमल करने की।
भारत विविधताओं का देश है, पर इस विविधता में भी कई समानताएं है, आप किसी भी प्रांत के भोजन को ऑबसर्व करिए वराइटी अलग होगी पर फँडामेंटल्स सेम होगें। यहाँ हम आपका ध्यान खाने की थाली की तरफ दिलाना चाहेंगे। हर थाली में एक निश्चित अनुपात में दालें, अनाज, सब्जियां और एक बहुत इंपोर्टेन्ट कंपोनेन्ट होता है। फरमेंटेड फूड आइटम इंडिया के हर क्विज़ीन में किसी ना किसी घटक में निश्चित रूप से होता है। डोसा, इडली, वड़ा , ढोकला, रायता, नान, भटूरा, दही, चटनी, आचार इत्यादि इसके उदाहरण है।
अगर विश्व स्तर पर देखें तो किमिची, टेंपह, वाइन, बीयर, कॉमबुचा, ऑलिव इत्यादि ऐसे फूड इटेम्स है जो विभिन्न क्विज़ीन का पार्ट हैं।
फरमेंटेशन एक ऐसा प्रोसेस है जिसमें फूड आइटम्स बेक्टीरिया या यीस्ट के संपर्क में आते हैं। हम या तो इन्हें सीधे फूड में डाल देते है या फिर रॉ फूड आइटम्स को ऐसे माहौल में रखते है जिसमें ये स्वतः उत्पन्न हो जाते हैं। फरमेंटेशन के प्रोसेस में फूड विटामिन बी, के, प्रोबायोटिक्स और कुछ लाभकारी एनजाइम्स से भरपूर हो जाता है। साथ ही इसकी शेल्फ लाइफ भी बढ़ जाती है।
वर्ल्ड के हर क्विज़ीन में फ़र्मेन्टड फूड का विशेष स्थान है। आचारों को सबसे अधिक पसंद किया जाता है और लगभग हर देश के भोजन में आचार निश्चित रूप से होते ही है। स्थान बदलने से इनके बनाने का तरीका, इनके इनग्रेडिएंट बदल जाते हैं पर मूलतः इनका उद्देश्य एक ही है। विनेगर, दही, छाछ, चीज़, ब्रेड, सौस अन्य फर्मेन्टड फूड आईटम्स हैं।
फर्मेन्टड फूड के लाभ:
- हमारी इंटेस्टाइन में कई तरह के बेक्टीरिया होते है, जिनमें से कुछ हमारे लिए लाभदायक होते है जो कि भोजन के डाइजेशन और अवशोषण में सहायक होते हैं। फरमेंटेड फूड ऐसे बेक्टीरिया की संख्या में वृद्धि करता है और भोजन के पाचन और अवशोषण को और भी बेहतर बनाता है।
- ज्यादातर हमारी डाइट में विटामिन बी की कमी होती है क्यूंकि यह पानी में घुलनशील विटामिन है और सब्जियों के धोने, छीलने की प्रक्रिया में यह विटामिन भी नष्ट हो जाता है। तो फरमेंटेड फूड अच्छा तरीका है विटामिन बी (विटामिन b 12) की पूर्ति करने का। आपने सुना होगा की वेजीटेरियन्स मे विटामिन b की कमी ज्यादा देखने को मिलती है, तो उनके लिए तो ये बहुत बेहतरीन सोर्स है इस कमी को पूरा करने का।
- फर्मेन्टड फूड हमारे शरीर से टॉक्सिनस और हेवी मेटल्स को फ्लश करने में भी सहायक है।
- फर्मेन्टड फूड में लिविंग बेक्टेरिया और एंजाइम होते हैं जो हमारे डाइजेशन को सुधारने में बहूत अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। गट अगर हेल्थी हो तो स्वास्थ्य से जुड़ी लगभग हर समस्या का समाधान स्वतः ही हो जाना है।
तो अब आप भी अपने भोजन में इन फूड आइटम्स को शामिल करिए और अपने जीवन का आनंद लीजिए…