आजकल कुछ डाइट से संबंधित शब्द बहुत पॉप्युलर होते जा रहे हैं, “फाइबर” शब्द उनमें से एक है। तो यहाँ इस आर्टिकल में हम आपको फाइबर के बारे में सरल भाषा मे बताने का प्रयास करेंगे।
फाइबर: डायटरी फाइबर मुख्य रूप से सब्जियों, फलों, बीजों, अनाजों, दालों इत्यादि में पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। ये डाइटरी फाइबर एक झाड़ू की तरह काम करते है जो कि इस अवशेष को बड़ी आंत से पूरी तरह बाहर निकालने में मदद करता है। हम जो भी कुछ खाते है, तो डाइजेशन और अवशोषण के बाद बचे हुए अवशेष का शरीर से भली भांति बाहर निकलना बहुत जरूरी होता है।
डाइटरी फाइबर का खुद में डाइजेशन नहीं होता है और छोटी आंत में अवशोषण भी नहीं होता है, पर कुछ हद तक फाइबर का फरमेंटेशन हो जाता है, और यह फाइबर बड़ी आंत में उपस्थित शरीर के लिए उपयोगी बेक्टेरिया के लिए भोजन का काम करते है और उनकी वृद्धि और गुणवत्ता बढ़ाते हैं।
यहाँ एक बात ध्यान देने योग्य है हम अपने भोजन में जितनी अधिक अनाजों पल्सेस और दालों की वराइटी रखेंगे बड़ी आंत में उपस्थित बेक्टेरिया की डाइवर्सिटी भी बढ़ेगी और स्ट्रेंगथ भी।
केलोरी का आकलन करें तो, फाइबर में बहुत ही कम केलोरीज होती है और साथ ही यह भोजन का वॉल्यूम बढ़ाता है। अब शायद आपको इसकी इंपोर्टेन्स समझ आ रही होगी। बड़ी आंत तक आते आते भोजन के अवशेष मे ज्यादातर टॉक्सिनस होते है जिन्हें बाहर निकालना बहुत आवश्यक है। अन्यथा ये वहीं जमा होकर तरह तरह की बीमारियों को घर बनाने का मौका देंगे।
फाइबर के प्रकार:
सॉल्यूबल फाइबर: ये फाइबर पानी में घुलनशील होते हैं, मुख्य रूप से ओट्स, जौ, दालों, छोले, बीन्स, मटर, खट्टे फल, ईसबगोल की भूसी (psyllium husk), इत्यादि में पाया जाता है।
इनसॉल्यूबल फाइबर: ये फाइबर प्रमुखतः अनाजों (जैसे गेंहू, बाजरा, रागी, मक्का आदि), हेंड पाउन्ड राइस, चोकर, बीजों, नट्स के बाहरी छिलकों, जड़ वाली सब्जियों (मूली, गाजर), आदि में पाया जाता है।
फलों में ज्यादातर दोनों तरह के फाइबर पाए जाते हैं, सेव, अमरूद, स्ट्रॉबेरी, कीवी इसके बेहतरीन उदाहरण हैं।
फाइबर के फायदे:
- जो लोग अपने वजन कम करने के लिए प्रयासरत हैं, उनके लिए फाइबर युक्त भोजन बहुत मदद करता है, क्यूंकि इससे अधिक समय तक भूख नहीं लगती है।
- फाइबर युक्त भोजन की सटाईटी वेल्यू (संत्रपता) बहुत अधिक है, यानि आपको ऐसे भोजन के बाद ना तो कुछ मीठा खाने का मन होगा और पेट मे एक सुखद फुलनेस की फ़ील रहेगी।
- चूंकि इससे आपकी आंतों की सफाई पूर्ण रूप से होती है तो आपको हमेशा एक हल्कापन महसूस होता है जो ओवरॉल आपको खुश रखता है।
- फाइबर युक्त भोजन आपको हृदय से जुड़ी बीमारियों से बचाके रखता है।
- जिन लोगों को कब्ज़ की शिकायत रहती है उनके लिए फाइबर रिच भोजन वरदान है, जो पेट को साफ रखने में मदद करता है।
- फाइबर बेड कोलेस्ट्रोल को कम करता है साथ ही बल्ड शुगर लेवल को भी नियंत्रित रखने में सहायक है।
- चूंकि आंतरिक अंगों की क्लीनिंग अच्छे से होती है तो आपको अपने चेहरे पे भी इसकी चमक स्पष्ट रूप से दिखने लगती है।
- ये आपकी ओवरॉल फिट्नेस बनाए रखने में बहुत अधिक सहायक है।
अब जब आप फाइबर रिच फूड की गुडनेस से परिचित हो गए हैं, तो इसे अपने भोजन में शामिल करिए जब भी खाना खाइए, अपनी डाइट में फाइबर की पर्याप्त मात्रा रखिए और अपने जीवन का आनंद लीजिए…