क्या आपके साथ ऐसा भी होता है कि आपका पेट तो भरा हुआ है पर फिर भी आपको कुछ मीठा या फिर कुछ जंक फूड खाने की तीव्र इच्छा होती है जैसे चॉकलेट, केक, चिप्स, कुछ स्पाइसी इत्यादि। यदि हाँ तो ये लेख आप के लिए है…
यदि क्रेविंग कभी कभी की बात है तो यह चिंता का विषय नहीं है लेकिन यदि यह लगातार बनी रहती है तो आपको इसे हल करने की आवश्यकता है क्योंकि यह आपको धीरे-धीरे नुकसान पहुंचा रही है।
क्रेविंग क्यों होती है?
भूख लगने पर हमारा दिमाग कुछ सिग्नल भेजता है, पर यहाँ ये सारे संकेत आपके मस्तिष्क द्वारा भेजे गए फाल्स सिग्नल होते है जो की आपके शरीर में किसी ना किसी चीज की कमी की तरफ इशारा करते हैं। कभी कभी ये सिगनल्स हॉर्मोनल इमबेलेन्स की वजह से भी होते हैं। विशेष रूप से लेपटिन और ग्रेलिन क्यूनी ये दोनों हॉर्मोन्स ही हमें भूख लगने और संत्रपत्ता का एहसास करते हैं। ज्यादातर आपको पेट में बन रहे एसीडिक इन्वायरमेंट से क्रेविंग महसूस होती है।
क्रेविंग किसकी होती है?
अपने नोटिस किया होगा कि कभी भी आपको किसी हेल्थी फूड आइटम्स की क्रेविंग नहीं होती है जैसे आपको कभी एप्पल या अमरूद की क्रेविंग नहीं होगी। हमें हमेशा अनहेल्थी फूड आइटम्स की ही क्रेविंग होती है। अपनी पसंद से मीठा खाना अलग बात है और ऐसे किसी विशेष तरह के मीठे की तीव्र इच्छा होना यानि आपको ध्यान देना होगा, अपने अंदर की कमी को पूरा करना होगा। क्रेविंग आप के फिट्नस गोल्स को बहुत हद तक इम्पैक्ट करती है, अनाव्यशाक कलोरी जुड़ जाती है आपको अपने हेल्थ गोल्स को ध्यान में रखते हुए आपको इस क्रेविंग को हेंडल करने के उपाय करने हैं।
क्रेविंग को कैसे फिक्स करें?
- जबरदस्ती लंबे समय तक भूखे ना रहें: जब भी आप बहुत लंबे समय तक अपनी भूख को रोकर रखते हैं तो उसके बाद आपको जो भी खाने को मिलता है उसे आप बिना सोचे समझे खा लेते हैं। जब भूख लगे तभी खाएं पर खुद को स्टार्व ना करें।
- पानी पियें: कई बार हमें वास्तव में प्यास लग रही होती है और लगता ऐसे है जैसे भूख लग रही है। तो जब भी आपको खाना सही से खाने के बावजूद कुछ देर में फिर से भूख लगने लगे तो पहले पानी पीकर देखिए। ऐसा करने से आपकी क्रेविंग स्वतः शांत हो जाएगी। क्यूंकि ऐसे में अगर आप कुछ खा लेते हो तो पेट भी भारी लगने लगता है और पानी की जरूरत भी पूरी नहीं होती।
- हेल्थी विकल्प साथ रखें: जब भी आप घर से बाहर हो अपने साथ खाने के कुछ हेल्थी विकल्प जरूर रखें जैसे डेट्स, ड्राइ फिग्स, गुड इत्यादि। ऐसा करने से आप बाहर का अनावश्यक अनहेल्थी खाने से खुद को रोक पाएंगे। अपने बैग में एक इमरजेंसी बॉक्स जरूर रखें जिसमें कुछ नट्स और ड्राइ फ्रूट्स हों। ये काफी समय तक खराब भी नहीं होते हैं।
एक टिप है अगर आप खाना खाने के बाद थोड़ा सा गुड जिसमें सोंठ और कुछ बूंद घी हो खाते हैं तो आपको स्वीट क्रेविंग बिल्कुल भी होगी।
- प्रोटीन रिच फूड खाए: आप अपने हर मील में प्रोटीन जरूर शामिल करें। प्रोटीन को डाइजेस्ट होने में ज्यादा समय लगता ही जिसकी वजह से आपको देर तक फुल फ़ील होता है। ये आपको वेट मेनेजमेंट में भी सहायता करेगा।
- इसको भी पढे – फूड क्रेविंग
अच्छे शेप में रहना और स्वस्थ रहना सभी की चाहत होती है। ये छोटी छोटी क्रेविंग आपको धीरे धीरे कई किलो वजन बढ़ा देती है इसीलिए ध्यान दीजिए और अनावश्यक खाने से बचिए। अपने विवेक का प्रयोग कर इन क्रेविंग को मेनेज करिए और अपने जीवन का आनंद लीजिए..