PCOS की वजह अभी अज्ञात है और इस पर रिसर्च जारी है, पर अभी तक की स्टडी के अनुसार PCOS का सबंध इंसुलिन रजिसटेन्स, लाइफ स्टाइल, एनवायरमेंट और फेमिली हिस्ट्री से है। यहाँ हम ये जानने की कोशिश करेंगे की PCOS के संभावित कारण क्या क्या हो सकते हैं;
इंसुलिन रजिसटेन्स
इंसुलिन हॉर्मोन का मुख्य कार्य भोजन करने के उपरांत बढ़े हुए शुगर लेवल को बेलेंस कारण है। अगर कोई व्यक्ति इंसुलिन रेजिसटेंट है तो वह इंसुलिन का सही इस्तेमाल नहीं कर पाता है। चूंकि ब्लड में इंसुलिन का सही से यूज नहीं हो रहा है तो शरीर और अधिक मात्रा में इंसुलिन प्रोड्यूस करने लगता है। इंसुलिन की यह बढ़ी हुई मात्रा की वजह से ओवरीज अधिक एन्ड्रोजन (टेस्टोस्टीरोन) स्रावित करने लगती हैं। जिसकी वजह से गैर जरूरी हेयर ग्रोथ, ऐक्ने, अनिमयित पीरियड, ओव्युलेशन में तकलीफ जैसी समस्याएं होनी शुरू हो जाती हैं। लगभग 80% महिलाओं में PCOS के साथ ही इंसुलिन रेजिसटेन्स हो जाता है, जिसकी वजह से उनमें टाइप 2 डाइबीटीज का खतरा भी बढ़ता है। इसका तात्पर्य है कि –
इंसुलिन रेजिसटेन्स आनुवंशिक कारणों से हो सकता है।
इंसुलिन रेजिसटेन्स ओवर वेट (डाइट और सिडेंटरी लाइफ स्टाइल) हों की वजह से हो सकता है।
इन दोनों ही वजहों के एक साथ होने से भी हो सकता है।
लाइफ स्टाइल
PCOS लाइफ स्टाइल से सीधे रिलेटिड नहीं है पर जीवन शैली सही नहीं होने से, जैसे सही संतुलित भोजन ना लेने या फिर एक्टिविटी कम होने से वजन जरूर बढ़ता है। इस वजह से अथवा इसके साथ के कुछ और कारणों के मिलने से PCOS हो सकता है।
वेट गेन
अधिक वजन होने से PCOS के लक्षण और इंसुलिन रेजिसटेन्स दोनों ही और बदतर हो जाते हैं। कुछ महिलाओं का अनुभव है कि जब वे सही वेट रेंज में थीं तो उनको पीरियड की अनियमितता, फेशियल हेयर ग्रोथ, ऐक्ने जैसी समस्याएं नहीं थी। ये सारे लक्षण वजन बढ़ने के बाद ही आये। हेल्थी लाइफ स्टाइल जिसमें बेलेंस्ड न्यूट्रीशन और फिजिकल एक्टिविटी का समावेश हो उससे PCOS से बचा जा सकता है और यदि PCOS डाईग्नोस हो गया है तो निदान में भी सहायता मिलती है।
फेमिली हिस्ट्री
अगर किसी महिला को PCOS है तो उसकी बेटी या बहन को PCOS होने के 50% चांस होते हैं। आमतौर पर ये देखा गया है कि जिन परिवारों में PCOS होता है उनमें टाइप 2 डाइबीटीज भी होती ही है।
PCOS से संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं
PCOS से पीड़ित महिलाओं को अपने जीवन में कुछ अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है जैसे-
- टाइप 2 डाइबीटीज
- इंसुलिन रेजिसटेन्स (अगर अभी तक उन्हें ये नहीं है तो)
- ब्लड का लाइपिड प्रोफाइल अनियमित होना
- कार्डियो वैस्क्यूलर डिसीज
- एंडोमेट्रियल कार्सीनोमा
- अनिद्रा या स्लीप डिसॉर्डर
अब आप PCOS के अनेक कारण से परिचित हैं, ये इग्नोर करने वाली सिचूऐशन नहीं है, इसके निदान और लाइफ स्टाइल चेंज को तुरंत अपना कर इसे रीवर्स किया जा सकता है।