क्या आपको पता है शरीर का सबसे लार्ज ऑर्गन कौन सा है? बिलकुल सही, आपका अंदाज सही है… हमारी स्किन ही सबसे लार्ज ऑर्गन है। जब भी हम बात करते है ग्लोइंग स्किन की तो हमारा ज्यादातर ध्यान फेसिअल स्किन पर ही जाता है जो की वाजिब भी है। पर इसके अलावा 90% स्किन एरिया और भी है जिसकी ग्लोइंग पर हम बहुत कम ध्यान देते है। स्किन हमारी इन्टर्नल हेल्थ का दर्पण है। आनुवंशिक स्किन टोन को छोड़ कर यदि आप को कोई स्किन से रिलेटेड समस्याएं है तो वो सभी हेल्थ संबंधी समस्याओ का इन्डीकेटर होती है। ये किसी ना किसी तरह के पोषक तत्वों की कमी की तरफ इशारा करती है।
स्किन एक ऐसा ऑर्गन है जिसे आप सतही तौर पर भी ट्रीट कर सकते है और उसे अंदर से भी निखार सकते है। यहाँ हम बात करेंगे, स्किन की न्यूट्रिशनल नीड्स की जिन्हे पूरा करके आप ग्लोइंग स्किन पा सकते है।
स्किन के कई लेयर होते है, जिस लेयर में समस्या होती है उसी तरह से वह स्किन सरफेस पर रिफ्लेक्ट होती है जैसे –
- एपीडर्मल लेयर से संबंधित स्किन की समस्याओं में ड्राइ पेच, झुर्रियां, सेगिंग और रूखापन जैसी प्रॉब्लम सरफेस पर दिखाई देती हैं।
- पिगमेंटेशन से संबंधित समस्याओं में टेनिंग और दाग-धब्बे जैसी प्रॉब्लम सरफेस पर दिखाई देती है।
- टेक्सचर से संबंधित समस्याओं में मुहांसे और स्किन के छिद्र सरफेस पर दिखते हैं।
इन समस्याओं को भीतर से दूर करने के लिए यहाँ आपको अपनी डाइट में कुछ न्यूट्रीशनल सप्लीमेंट्स शामिल करने का सुझाव है। जिसे अपनाकर इन स्किन प्रॉब्लमस को फिक्स किया जा सकता है।
एपीडर्मल हेल्थ: प्रॉपर हाइड्रेशन और विटामिन ई, स्किन की इस लेयर की सबसे बड़ी आवश्यकता है। विटामिन ई अपने एंटी एजिंग गुण के लिए बहुत समय से जाना जाता है। यही दो जरूरत पूरा करके आप अपनी ड्राइ पेच, रिंकल्स और स्किन की सेगिंग की समस्याओं को फिक्स कर सकते हैं।
फूड स्रोत – बादाम, अखरोट, हेजलनट, सीड्स और मूंगफली विटामिन ई के प्रमुख स्रोत हैं। विटामिन ई फैट में सॉल्यूबल है इसलिए बहुत आवश्यक है कि आप अपनी डाइट में अच्छे फैट के स्रोतों को भी शामिल करें, जैसे गाय का घी, एवोकाडो, फिल्टर्ड या कोल्ड प्रेस्ड ऑइल। रिफाइंड ऑइल को पूर्णतया अवॉइड करें।
हाइड्रेशन के लिए दिन में 2-3 लीटर पानी जरूर पिएं। इसके अलावा आप छांछ, नारियल पानी भी ले सकते हैं। तरबूज जिसमें कि कई मिनरल्स, विटामिंस और फाइटो केमिकल्स पाए जाते हैं, स्किन के लिए बहुत ही फायदेमंद है।
दही भी अपनी एंटी माइक्रोबिअल गुणों के कारण बहुत ही असरदार होता है अतः इसे भी अपनी डेली रूटीन में शामिल करिए।
पिगमेंटेशन: विटामिन सी सन टेनिंग, दाग और धब्बोंको कम करने में बहुत प्रभावी है।
फूड स्रोत –संतरा, अमरूद, शिमला मिर्च, नींबू, स्ट्राबेरी, कीवी और टमाटर ।
आंवले का जूस भी विटामिन सी का बहुत अच्छा स्रोत है।
मुहांसे और ओपन पोर्स: ये समस्याएं या तो शरीर में हॉर्मोनल असंतुलन के कारण होती है या फिर अधिक स्पाइसी और प्रोसेस्ड फूड आइटम्स के अधिक उपभोग के कारण होती हैं। अगर यह समस्या खाने की आदतों की वजह से है तो अब ये आप पर है कि आपको किससे समझौता करना है।
अगर तो इनकी वजह हॉर्मोनल असंतुलन है तो फिर आपको होम्योपैथी या फिर आयुर्वेदिक पध्यति का सहारा लेना चाहिए क्यूंकि एलोपेथी में साइड इफ़ेक्ट अधिक है।
स्किन रिजुविनेशन एक धीमा प्रोसेस है तो इन सारे उपायों के साथ एक और जरूरी चीज है धैर्य… और रिलेक्सेशन जिसके लिए आपको अपनी रात की नींद पर भी गौर करना होगा, फिर गारंटी है किआपमें आया हुआ फर्क लोग जरूर नोटिस करेंगे ।
तो अपनी स्किन के ग्लो को वापिस लाइये और तारीफ़ों के साथ अपने जीवन का आनंद लीजिए…