एक नवजात बच्चे के लिए मदर फ़ीड से बेहतरीन कुछ नहीं होता है, यही एक सेफ फूड है जो कि बच्चों को शुरुवाती नूट्रिशनल जरूरत को पूरा करता है। लेकिन जैसे जैसे बच्चे बड़े होते हैं, उनकी न्यूट्रीशनल जरूरतें बढ़ती है और उन्हें भोजन की आवश्यकता होती है। अब इस समय शुरू होती है पेरेंट्स की कशमकश, क्या खिलाएं क्या ना खिलाएं। बच्चों को दिया जाने वाला भोजन ऐसा होना चाहिए जो आसानी से डाइजेस्ट हो जाए और इतना पोशक हो कि उनकी जरूरतों को भी पूरा करे।
बच्चों में भोजन की शुरुवात करने की प्रक्रिया को “अन्नप्राशन या वीनिंग” कहते है।
वीनिंग एक नेचुरल प्रक्रिया है जिसमें मदर फ़ीड के साथ साथ बच्चों को भोजन के विभिन्न आइटम्स खिलाना शुरू करते है। इससे जूडे कई सवाल आप के मन में चल रहेंगे होंगे, यहाँ हम उन सभी पॉइंट्स पर बात करेंगे जिनका ध्यान वीनिंग मे रखना होता है।
कब करना चाहिए? अगर आपका बच्चा सिर्फ मदर फ़ीड पर ही है, तो पांचवे महीने से शुरुवात करना उचित है। इसके अलावा आपको अगर लगे कि मदर फ़ीड से बच्चे की रिक्वायरमेंट पूरी नहीं हो रही है, बच्चा भूखा रह रहा है तो आप इसे पहले भी शुरू कर सकते हैं। इसके अलावा अगर मदर व्यस्त है या फ़ीड के लिए सहमत नहीं है तो भी इसे पहले शुरू किया जा सकता है।
क्या सावधानी रखनी चाहिए? इस समय बच्चा पहली बार बाहरी वातावरण से भोजन के माध्यम से परिचित होता है तो इस परिवर्तन के समय कुछ सावधानियाँ रखनी चाहिए-
साफ सफाई- भोजन बनाते समय साफ सफाई का पूरा ध्यान रखें। खाना बनाने से पहले हाथों को जरूर साफ करें। खाना बनाने के बर्तन भली प्रकार साफ हों। पानी और दूध जो आप इस्तेमाल करें वह अच्छे से उबला हुआ होना चाहिए।
एक बार में एक फूड ही आइटम ट्राइ करें- ऐसा करने से आप आश्वस्त हो सकेंगे कि कौन सा फूड आइटम बच्चे को भली प्रकार डाइजेस्ट हो रहा है। कहीं कोई अलर्जी जैसी परिस्थिति तो नहीं है। पहले किसी भी भोजन को एक हफ्ते तक लगातार खिला कर देखें अगर कोई परेशानी नहीं है तो फिर दूसरे हफ्ते कोई नया फूड आइटम इन्ट्रोड्यूस करें। अगर किसी भी भोजन से किसी भी तरह का डिस्कॉमफ़र्ट समझ आता है तो उसे तुरंत बंद कर दें।
क्या भोजन दें? अगला सवाल आता है कि बच्चों को क्या भोजन दें? एक थम्ब रूल है ऐसा भोजन दें जो कि पेस्ट फोर्म में हो, ना ज्यादा लिक्विड और सालिड तो बिल्कुल भी नहीं। सालिड फूड के लिए दांत की जरूरत होती है जो इस उम्र के बच्चे में नहीं होते हैं।
वेजीटेबल्स – बॉइल्ड और अच्छी प्रकार से मैश किया हुआ पोटेटो, वेजीटेबल्स में सबसे अच्छा विकल्प है। आप इसमें आधा टीस्पून देशी घी भी डाल सकते हैं। इसकी कंसिस्टेनसी अडजस्ट करने के लिए थोड़ा पानी भी मिल सकते हैं। ताकि ये बच्चों के खाते वक्त अड़ना नहीं चाहिए। इसके अलावा गाजर, लौकी भी अच्छे विकल्प है क्यूंकि ये गैस नहीं बनाते हैं।
फल – फलों में केला बेस्ट है हर मौसम में आसानी से मिल जाता है, सुपाच्य है, नेचुरल शुगर है। इसे भी अच्छी प्रकार मैश करके खिलाएं ताकि बच्चे बिना परेशानी के निगल सकें। इसके अलावा जैसा मौसम हो उस हिसाब से आम, स्टयूड एप्पल भी दे सकते हैं। बच्चों को अच्छे से पके हुए मीठे फल ही दें।
अनाज – थोड़ा गाढ़ा राइस वाटर बच्चों के लिए बहुत अच्छा है, क्यूंकि ये कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्रोत है। इसके अलावा धुली हुई मूँग दाल और चावल की खिचड़ी को अच्छे से मैश करके थोड़ा देशी घी डालकर बच्चों को दें। गेंहू का दलिया में दूध और गुड़ डालकर भी दिया जा सकता हैं। चीनी अवॉइड ही करें, इसकी जगह गुड़ का इस्तेमाल करें ताकि बच्चों को मिनरल्स भी मिल सकें।
सूप – सब्जियों का क्लियर सूप दे सकते हैं। इसके लिए मौसमी सब्जियों को प्रेशर कुकर में बॉइल करें और इसे छानकर इसका स्टॉक निकाल लें। इसमें थोड़ा नमक और देशी घी मिलाकर बच्चों को दें। सब्जियों में गाजर, चुकंदर, टमाटर का इस्तेमाल कर सकते हैं। गोभी, बीन्स, मटर, पत्तागोभी अवॉइड करें क्यूंकि ये गैस बनाते हैं।
डेयरी प्रोडक्ट – अच्छे से फेंटा हुआ दही बहुत अच्छा विकल्प है, क्यूंकि इसमें अच्छे बेक्टीरिया होते हैं जो बच्चों की गट हेल्थ के लिए बेहतरीन है। इसे आप मीठा या नमकीन जैसा बच्चे को पसंद हो वैसा दे सकते हैं। दूध भी दे सकते हैं, पर कोशिश करें कि गाय का दूध ही दें। श्रीखंड भी दिया जा सकता है। पनीर इत्यादि तभी दें जब बच्चे में चबाने की क्षमता विकसित हो जाए।
नॉनवेज – आप बच्चों कोबॉइल्ड या सक्रम्बल्ड एग दे सकते है। इसके अलावा चिकन सूप दिया जा सकता है। शुरुवाती सालों में इसके अलावा नॉन वेज का कोई और आइटम बच्चों को नहीं देना चाहिए।
बच्चों को बढ़ते हुए देखना माता पिता के लिए बहुत ही सुखद अनुभव है। वीनिंग एक बहुत ही महत्वपूर्ण फेज है, जिसमें आपके बच्चे खाना खाना शुरू करते है इस फेज में समझदारी से स्टेप बाय स्टेप बच्चों को को नए स्वाद से वाकिफ कराएं और उनके अच्छे स्वास्थ की नीव रखें ताकि पूरी फॅमिली जिंदगी का भरपूर आनंद ले सके…