जैसे जैसे हम आधुनिकता, शहरीकरण और नित नई बढ़ती हुई आवश्यकताओं की खोज में आगे बढ़ते जाते हैं वैसे वैसे हम भगवान और प्रकर्ति के बनाए हुए नियमों से दूर होते जाते है जिन नियमों नें कभी मानव जाति को जीवन की राह दिखाई थी।
इस दौड़ भाग की जिंदगी में हमारे पास अपने मन मस्तिष्क और शरीर की देखभाल करने और इन्हें ध्यान से सुनने का समय ही नहीं है। जिसकी वजह से हम सभी हर स्तर पर कहीं कहीं शांति महसूस नहीं करते हैं। इसी का परिणाम है नित नई तरह की ऐसी बीमारियाँ जो हमारे बदले हुए लाइफस्टाइल से ही संबंधित हैं।
अब बहुत समय हुआ पर आज के समय की आवश्यकता है कि हम अपने पुराने सिद्धांतों की ओर वापिस हों, ताकि ये जो भी विकर्ति आ रही है वह सही हो सके। इस वापसी का एक ही विकल्प है – योग जो कि सही अर्थों में जीवन जीने का तरीका है। योग एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है आत्मा, शरीर और मस्तिष्क का संयोग या जुड़ाव। प्रथम द्रष्टया योग शारीरिक मुद्राओं, श्वशन क्रियाओं ध्यान और विशेष दर्शन का संगम है।
योगाभ्यास के अलग अलग चरण हैं जैसे – आसन, प्राणायाम, ध्यान, विश्राम,चक्र, सात्विक भोजन और दर्शन।
योग केवल् एक वैदिक अभ्यास ही नहीं है बल्कि इसके लाभ वैश्विक स्तर पर वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित भी हैं। हमारे देश में माननीय प्रधानमंत्री जी ने 21 जून को योग दिवस घोषित किया है। यह मात्र एक शुरुवात है और वैश्विक स्तर पर योग की महत्ता समझने और स्वीकारने की।
योग दिवस तो सिर्फ जनचेतना जगाने के लिए ही है पर योग की आवश्यकता तो प्रत्येक दिन करने की है। जब हम योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लेते हैं तो इसके अनेक लाभ है जो हमें शारीरिक मानसिक और सामाजिक स्तर पर प्राप्त होते हैं।
योग के दस लाभ –
- योग अभ्यास और तरीकों का संयोग है जिनसे हमें शारीरिक, मानसिक,सामाजिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य का लाभ होता है।
2. योग करें से शरीर तो स्वस्थ रहता ही है बल्कि हमें आंतरिक प्रसन्नता भी प्राप्त होती है, जो कि हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है।
3. सूर्यनमस्कार और कपालभाति प्राणायाम विशेष रूप से वजन नियंत्रित करने में सहायक हैं।
4. नित्य प्राणायाम और ध्यान करने से हमारा तनाव दूर होता है, या यूं कहें कि हमें उसे हेंडल करना आ जाता है और उसके दुष्प्रभाव हमारे शरीर पर नहीं होते हैं।
5. श्वसन तकनीकों से हमारे लंग्स मजबूत होते हैं शरीर में ब्लड का प्रवाह भली भांति होता है। इससे शरीर के भीतर का इंफ्लेमेशन कम होता है और परिणामस्वरूप प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
6. सुबह का कुछ समय दैनिक रूप से योग करने से आपका एनर्जी लेवल बढ़ जाता है जिससे आप दिन भर के लंबे व्यस्त रूटीन के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार हो जाते हैं।
7. योग करने से आपका मन मस्तिष्क शांत रहता है जिससे परिवार और समाज से आपके रिश्ते और बेहतर होते हैं।
8. योग से शरीर में लचीलापन और मजबूती आती है।
9. योग से हमारा ध्यान और भी केंद्रित होता है जिससे हमारी कार्यक्षमता बढ़ती है तो विद्यार्थियों और कॉर्पोरेट के लोगों के लिए तो यह वरदान ही है।
10. रिसर्च में पाया गया है कि योग कई तरह के रोगों से भी मुक्ति पाने में सहायक है जैसे डाइबिटीज, अस्थमा, हृदय रोग और कैंसर जैसे कठिन रोगों के निदान में भी लाभकारी है।
सो नित्य योग अभ्यास करिए और रोगमुक्त जीवन का आनंद लीजिए….